चुनाव का माहौल
Satta King जम्मू-कश्मीर में पिछले 10 वर्षों के बाद विधानसभा चुनाव का आयोजन हो रहा है। चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है, और राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रचार अभियान को तेज कर दिया है। चुनाव 18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होने वाले हैं, जबकि परिणाम 8 अक्टूबर तक घोषित किए जाएंगे। सट्टा बाजारों में चुनाव से पहले ही सीटों का बंटवारा और परिणामों की भविष्यवाणियाँ होने लगी हैं।
सट्टा बाजार का अनुमान
- इंडिया गठबंधन: 50 से 55 सीटें
- भाजपा (बीजेपी): 20 से 28 सीटें
- पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी): 4-5 सीटें
- अन्य पार्टियों के लिए: शेष सीटें
सट्टा बाजार का दावा है कि इस बार भाजपा को मुस्लिम वोटों में सेंध लगाना एक प्रमुख चुनौती होगी। साथ ही, पीडीपी ने आतंक से प्रभावित क्षेत्रों में हमेशा से अच्छी पकड़ बनाई है, जैसे शोफियां और अनंतनाग।
राजनीतिक समीकरण
- कश्मीर में: कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन मजबूत हो रहा है।
- जम्मू में: भाजपा का प्रभुत्व बढ़ सकता है, खासकर कठुआ, डोडा और राजोरी क्षेत्रों में।
2014 चुनावों की तुलना
2014 में हुए चुनावों में बीजेपी ने 25 सीटें, पीडीपी ने 28, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं। उस समय बीजेपी और पीडीपी ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन यह सरकार अपने कार्यकाल को पूरा नहीं कर सकी।
Satta King महत्वपूर्ण नोट
इस लेख में दी गई जानकारी सट्टा बाजार की भविष्यवाणियों पर आधारित है। सट्टेबाजी भारत में गैर-कानूनी है और इसमें जीत-हार की कोई गारंटी नहीं होती। यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है, और किसी भी प्रकार की सट्टेबाजी को प्रमोट नहीं करता।