सूर्य मित्र योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक नई योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को सौर ऊर्जा क्षेत्र में प्रशिक्षण देना है। इस योजना के माध्यम से न केवल स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।
प्रशिक्षण का विवरण
- पहले चरण में 30,000 युवाओं को सौर ऊर्जा संबंधित कौशलों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
- यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 महीने तक चलेगा, जिसमें कुल 600 घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- प्रशिक्षण जिला केंद्रों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में प्रदान किया जाएगा।
कोर्स सामग्री
प्रशिक्षण के दौरान निम्नलिखित विषयों पर ध्यान दिया जाएगा
- क्लासेस
- प्रैक्टिकल लैब वर्क
- सोलर फोटोवोल्टिक टेक्नोलॉजी प्लांट का प्रदर्शन
- सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट
- एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट
योग्यता मानदंड
- युवाओं का 10वीं कक्षा पास होना आवश्यक है।
- युवाओं के पास निम्नलिखित में से किसी एक ट्रेड में ITI सर्टिफिकेट होना चाहिए
- वायरमैन
- इलेक्ट्रीशियन
- फिटर
- इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक
- शीट मेटल वर्कर

रोजगार सहायता
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, चयनित युवाओं को रोजगार के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। यह योजना युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ राज्य में सौर ऊर्जा के उपयोग को भी बढ़ावा देने का काम करेगी।
सौर पैनल लगवाने का व्यापक कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश के UPNEDA द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 18 लाख से अधिक घरों में सोलर पैनल लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन पूरा हो चुका है। इसके तहत राज्य सरकार ने नेट बिलिंग/नेट मीटरिंग प्रक्रिया भी शुरू की है, जिससे सौर ऊर्जा का उपयोग और बढ़ेगा।
इसके अलावा, टाटा समूह के साथ साझेदारी कर 10 लाख घरों में सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
सूर्य मित्र योजना न केवल सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी। यह योजना सरकार की पहल के तहत एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें रोजगार और स्वच्छ ऊर्जा दोनों को एक साथ जोड़ा गया है।
सरकार की इस योजना के माध्यम से युवा अपनी तकनीकी क्षमताओं को विकसित कर सकेंगे और रोजगार प्राप्त करने में सक्षम होंगे। यदि आप इस योजना के लिए आवेदन करने की योजना बना रहे हैं या अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना न भूलें।